क्रिकेट मैदान की कमाई के आंकड़े सुने हैं?

Pradeep

क्रिकेट मैदान की कमाई के आंकड़े सुने हैं?

क्या आपने क्रिकेट मैदान की कमाई के आंकड़े सुने हैं?….आपने इस पर कम ही ध्यान दिया होगा। पर इतना समझ लीजिये कमाई के आंकड़े धन-वर्षा जैसे हैं जो कि बरसती ही जा रही हो। क्रिकेट स्टेडियम केवल खेल के लिए नहीं, बल्कि एक व्यापक आर्थिक गतिविधि का केंद्र बन चुके हैं।

हर बार जब कोई बड़ा मैच आयोजित होता है, तो स्टेडियम की कमाई विभिन्न स्रोतों से बढ़ जाती है। टिकट बिक्री से लेकर प्रायोजन, विज्ञापन और खानपान सेवाओं तक, स्टेडियम प्रबंधन के लिए मैच डे पर कमाई के अनेक रास्ते होते हैं।

आइए इस लेख में समझते हैं कि क्रिकेट स्टेडियम एक मैच के दिन कैसे और कहां से कमाई करते हैं।

1. टिकट बिक्री

टिकट बिक्री स्टेडियम की कमाई का प्राथमिक स्रोत है। टिकटों की कीमत मैच के प्रकार, टीमों की लोकप्रियता और स्टेडियम की क्षमता पर निर्भर करती है। भारत जैसे क्रिकेट-प्रेमी देश में, जब भारत और पाकिस्तान का मैच हो, तो टिकटों की मांग आसमान छूने लगती है।

  • प्रीमियम सीट्स और कॉर्पोरेट बॉक्स: प्रीमियम सीटें और कॉर्पोरेट बॉक्स अत्यधिक कीमत पर बेचे जाते हैं। ये स्थान उच्च-स्तरीय सुविधाओं के साथ आते हैं, जैसे एयर-कंडीशनिंग, व्यक्तिगत सेवाएं और बेहतर व्यूइंग अनुभव।

  • ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बिक्री: आजकल अधिकांश टिकट ऑनलाइन बेचे जाते हैं, जिससे प्रशंसकों को आसानी होती है और स्टेडियम को भी बुकिंग प्रक्रिया को व्यवस्थित करने में मदद मिलती है।

2. प्रायोजन और ब्रांड पार्टनरशिप्स

मैच डे पर स्टेडियम में प्रायोजकों की भूमिका अहम होती है। बड़े-बड़े ब्रांड्स स्टेडियम के भीतर और बाहर विज्ञापन के लिए भारी रकम चुकाते हैं।

  • मैदान और स्टेडियम का नामकरण: कई बार स्टेडियम के नाम को प्रायोजकों के साथ जोड़ा जाता है। जैसे, “वाणिज्यिक बैंक स्टेडियम” या “स्पोर्ट्स गियर स्टेडियम”।

  • डिजिटल और फिजिकल विज्ञापन: स्टेडियम की दीवारों, स्क्रीन और मैदान के चारों ओर लगे होर्डिंग्स पर विज्ञापन से स्टेडियम प्रबंधन को बड़ी रकम मिलती है। डिजिटल स्क्रीन पर लाइव विज्ञापन चलाने की दरें और भी ज्यादा होती हैं।

3. खानपान और भोजनालय सेवाएं

मैच देखने आए दर्शक खाने-पीने में भी खूब खर्च करते हैं। पॉपकॉर्न, कोल्ड ड्रिंक, चाय-कॉफी, स्नैक्स और अन्य खाद्य पदार्थों की बिक्री से भी स्टेडियम को अच्छी खासी कमाई होती है।

  • विशेष फूड कोर्ट्स: स्टेडियम में विशेष फूड कोर्ट बनाए जाते हैं, जहां विभिन्न प्रकार के भोजन और पेय पदार्थ उपलब्ध होते हैं।

  • ब्रांडेड फूड आउटलेट्स: कई ब्रांडेड फूड चेन, जैसे मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, और डॉमिनोज़, अपने स्टॉल लगाते हैं और स्टेडियम प्रबंधन को कमीशन देते हैं।

4. मर्चेंडाइज बिक्री

दर्शकों के बीच मैच से संबंधित मर्चेंडाइज, जैसे टीम जर्सी, कैप्स, पोस्टर और अन्य उपहारों की भारी मांग होती है।

  • टीम जर्सी और साइन की गई वस्तुएं: फैंस अपनी पसंदीदा टीम और खिलाड़ी के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए मर्चेंडाइज खरीदते हैं।

  • सीजनल और लिमिटेड एडिशन प्रोडक्ट्स: सीमित संस्करण वाले प्रोडक्ट्स अधिक कीमत पर बेचे जाते हैं, जो स्टेडियम की कमाई को और बढ़ाते हैं।

5. पार्किंग और अन्य सुविधाएं

स्टेडियम के पास वाहन पार्किंग की सुविधा भी एक प्रमुख आय स्रोत है।

  • पेड पार्किंग: स्टेडियम के भीतर और आसपास पेड पार्किंग से अच्छी-खासी कमाई होती है।

  • वीआईपी पार्किंग: वीआईपी सेक्शन की पार्किंग सामान्य पार्किंग से कई गुना महंगी होती है।

6. टीवी प्रसारण अधिकार और डिजिटल मीडिया

टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के प्रसारण अधिकार भी स्टेडियम प्रबंधन के लिए आय का एक बड़ा स्रोत हैं। प्रसारण कंपनियां स्टेडियम और आयोजकों को भारी रकम चुकाती हैं।

  • टीवी कैमरा और तकनीकी सेटअप: स्टेडियम में कैमरा सेटअप और लाइव प्रसारण की सुविधा देने के लिए अलग से शुल्क लिया जाता है।

  • ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स: हॉटस्टार, जियो सिनेमा और अन्य प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से डिजिटल प्रसारण से भी लाभ होता है।

7. सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रम

मैच से पहले और दौरान मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि लाइव परफॉर्मेंस, डीजे सेट, और चीयरलीडर्स का प्रदर्शन। इन कार्यक्रमों के प्रायोजन और टिकट बिक्री से अतिरिक्त कमाई होती है।

8. विशेष अनुभव और टूर पैकेज

कुछ स्टेडियम अपने दर्शकों को विशेष अनुभव प्रदान करते हैं।

  • वीआईपी टूर: मैच से पहले और बाद में स्टेडियम का वीआईपी टूर करवाया जाता है।

  • खिलाड़ियों से मिलने का मौका: अतिरिक्त शुल्क देकर दर्शकों को खिलाड़ियों से मिलने और फोटो खिंचवाने का मौका मिलता है।

9. साफ-सफाई और सुविधाएं

हालांकि यह एक कमाई का स्रोत नहीं है, लेकिन बेहतर सुविधाओं और साफ-सफाई के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।

10. मैच डे पर सर्वाधिक कमाई वाले स्टेडियम

मैच डे पर कुछ क्रिकेट स्टेडियम अपनी ऊंची कमाई के लिए मशहूर हैं। इनमें शामिल हैं:

  • वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई (भारत): आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान भारी भीड़ और कॉर्पोरेट बॉक्स से अधिक आय।
  • ईडन गार्डन्स, कोलकाता (भारत): विशाल क्षमता और ऐतिहासिक महत्व इसे कमाई के मामले में शीर्ष पर रखता है।
  • एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम, चेन्नई (भारत): आईपीएल के प्रमुख मुकाबलों में दर्शकों की भारी तादाद।
  • नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद (भारत): दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, जहां हर मैच से करोड़ों की कमाई होती है।
  • फिरोजशाह कोटला स्टेडियम, दिल्ली (भारत): प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल मैचों के कारण बड़ी आय।
  • मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (ऑस्ट्रेलिया): प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय और बिग बैश लीग मैचों के दौरान भारी कमाई।
  • लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड (इंग्लैंड): ऐतिहासिक महत्व और उच्च टिकट कीमतों के कारण बहुत अधिक आय।
  • सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (ऑस्ट्रेलिया): उच्च दर्शक क्षमता और प्रमुख आयोजनों से भारी मुनाफा।
  • द ओवल (इंग्लैंड): टेस्ट मैचों और टी20 मुकाबलों के दौरान भारी प्रायोजन और टिकट आय।
  • गाबा (ऑस्ट्रेलिया): बड़े अंतरराष्ट्रीय मैचों और बिग बैश लीग की लोकप्रियता के कारण अधिक आय।

11. सबसे ज्यादा कमाई करने वाले मैच

  • 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल (इंग्लैंड बनाम न्यूज़ीलैंड): इस मैच ने लगभग 4,000 करोड़ रुपये (500 मिलियन डॉलर) की रिकॉर्ड कमाई की। यह कमाई टिकट बिक्री, प्रायोजन, विज्ञापन और टीवी प्रसारण अधिकारों से हुई थी।

  • आईपीएल फाइनल 2022 (नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद): इस मैच ने लगभग 800 करोड़ रुपये (100 मिलियन डॉलर) की कमाई की। टिकटों की भारी बिक्री और विज्ञापन से यह संभव हुआ।

12. स्थानीय व्यवसाय और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

स्टेडियम के आसपास के होटल, रेस्टोरेंट, और अन्य व्यवसायों को भी मैच डे पर बढ़ावा मिलता है। इन व्यवसायों से स्टेडियम प्रबंधन को किराया और कमीशन मिलता है।

क्रिकेट स्टेडियम की मैच डे पर कमाई कई स्रोतों पर आधारित होती है। टिकट बिक्री, प्रायोजन, विज्ञापन, खानपान, मर्चेंडाइज और टीवी प्रसारण जैसे क्षेत्रों से स्टेडियम लाखों से लेकर करोड़ों रुपये तक कमा सकते हैं।

इनकम के ये विभिन्न स्रोत न केवल स्टेडियम प्रबंधन को लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं। मैच डे एक ऐसा अवसर है जो सिर्फ खेल ही नहीं, बल्कि आर्थिक गतिविधियों का भी जश्न बन जाता है।

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