कोई मजाक नहीं है किसी गेंदबाज का टेस्ट क्रिकेट में इतना बड़ा रन स्कोर बना देना । Jason Gillespie का यह रिकार्ड टूटना असंभव है। ऑस्ट्रेलिया का यह वो दौर था जब कोई भी टीम इस टीम से जीतने की हर संभव कोशिश करती थी पर उसे हार का सामना ही करना पड़ता था। और यदि सामने कोई कमजोर टीम हो, तब तो एक तरफा मैच ही हो जाता था। साल 1999 से 2008 के दौर में ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी खतरनाक टीम थी क्योंकि तब टीम में ग्लैन मैक्ग्राथ, ब्रैट ली और जेशन ग्लैस्पी जैसे गेंदबाजों की तिकड़ी मौजूद थी।

यह गेंदबाजी तिकड़ी अपनी धारदार और तेज गेंदबाजी से मैच का पासा पलट देती थी। यह समझ लीजिये कि इस गेंदबाजी के सामने विपक्षी बल्लेबाजी की ताकत आधी हो जाती थी और कम स्कोर का पीछा करना भी बल्लेबाजों के लिये कठिन हो जाता था।
Jason Gillespie का यह रिकार्ड टूटना असंभव है…….
साल 2006 के अप्रैल महीने में ऑस्ट्रेलिया ने बाग्लादेश का दौरा किया। जिसमें 2 टेस्ट मैच और 3 वन डे मैच की सीरीज खेली गई। पहले टेस्ट मैचों की सीरीज हुई फिर वन डे मैंचों की सीरीज हुई। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टेस्ट मैच सीरीज को 2-0 से और वन डे मैच की सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया।
Jason Gillespie ने जो महारिकार्ड बनाया, वो दूसरे टेस्ट मैच से सम्बंधित है। 16 अप्रैल 2006 को चटगांव के मैदान पर खेले गये इस टेस्ट मैच में बांग्लादेश के कप्तान हबीब उल बशर ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया जिसको ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने गलत साबित कर बाग्लादेश को 197 रन पर रोक दिया। फिर ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने अपना दमखम दिखाना शुरु किया। 67 को स्कोर पर जब ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट गिरा तब कप्तान रिकी पॉटिंग ने नाइटवॉचमैन के तौर पर Jason Gillespie को भेजा। क्योंकि दिन का खेल समाप्त होने वाला था और ऑस्ट्रेलिया अपना कोई और बल्लेबाज इस समय खोना नहीं चाहती थी इसलिये एक गेंदबाज को भेजा गया था ।
यदि नाइटवॉचमैन इस दौरान आउट भी हो जाता, तो टीम को किसी तगड़े बल्लेबाज का नुकसान नहीं होता। अगले दिन का खेल जब शुरु हुआ, तो हर किसी को लग रहा था कि दूसरे विकेट के तौर पर jason Gillespie का ही विकेट गिरेगा पर ऐसा नहीं हुआ। बल्लेबाज आते रहे आउट होते रहे, पर Jason Gillespie को आउट कोई गेदबाज नहीं कर सका।

Jason Gillespie ने 201 रनों की नाबाद पारी खेली। 26 चौके, 2 छक्के इस पारी ने उन्होने लगाये। इस पारी के दौरान 425 गेंदों का सामना किया। और यही वो रिकार्ड है जो कि किसी भी गेंदबाज ने बल्लेबाजी करते हुये बनाया है। इस रिकार्ड का टूटना असंभव है।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी को 581/4 पर घोषित कर दिया था। बाग्लादेश की टीम यह टेस्ट मैच पारी और 80 रन से हार गई थी।
इस रिकार्ड के बाद इन्जरी के शिकार होने लगे Jason Gillespie
इस दोहरे शतक के बाद Jason Gillespie को मांस पेशियों में खिचाव की शिकायत होने लगी जिसकी वजह से टीम में उनका चयन नहीं हो सका। एक गेंदबाज के लिये इन्जरी उसके करियर का रोड़ा बन जाती है। ठीक ऐसा ही Gillespie के साथ हुआ। उस महा रिकार्ड को बनाने के बाद से यह गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल ही नहीं हो सका। और साल 2008 में Jason Gillespie ने सन्यास ले लिया।
क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद यह गेंदबाज नये खिलाड़ियों को तराशने के काम में लग गया और गेदबाजी की कोचिंग में करियर शुरु कर दिया। IPL पंजाब की टीम में हेड कोच की भूमिका भी निभा चुका है यह गेंदबाज। इशके अलावा दुनियाभर की T20 League में भी गेंदबाजी कोच का कार्यभार संभाल रहे हैं Jason Gillespie .
एक नज़र Gillespie के क्रिकेट करियर पर
Bowling Career
Match | Innings | Wickets | Best Bowling in Innings | Best Bowling in Match | Econ | Avg | 5W | 10W | |
Test | 71 | 137 | 259 | 7/37 | 9/80 | 2.85 | 26.14 | 8 | 0 |
ODI | 97 | 96 | 142 | 5/22 | 5/22 | 4.21 | 25.43 | 3 | 0 |
T20 I | 1 | 1 | 1 | 1/49 | 1/49 | 12.25 | 49 | 0 | 0 |
Batting Career
Match | Innings | Runs | Highest Score | 100 | 50 | |
Test | 71 | 93 | 1218 | 201* | 1 | 2 |
ODI | 97 | 39 | 289 | 44 | 0 | 0 |
T20 I | 1 | 1 | 24 | 24 | 0 | 0 |
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