कुछ समय पहले की ही बात है जब इंग्लैंड की टीम 6 t20 मैंचों की सीरीज खेलने के लिये पाकिस्तान गई हुई थी और एक मैच में मिली हार पर मीडिया से बात करते हुये पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच सक्लैन मुश्ताक ने कुदरत के निजाम वाला बयान दिया था। इसके बाद मीम्स में कुदरत के निजाम का बहुत इस्तेमाल हुआ। फिर T20WC शुरु हुआ और पाकिस्तान ने भारत और जिम्बाम्बे से हार कर अपना विश्व कप का सफर लगभग खत्म ही मान लिया था। क्योंकि अब पाकिस्तान को अपने बचे तीनों मैंच जीतने थे और दूसरी टीमों के मैच के प्रदर्शन पर भी निर्भर रहना था । और हुआ भी बिल्कुल पाकिस्तान के मन मुताबिक। अब भारत का सेमीफाइनल इंगलैंड से होगा और पाकिस्तान का सेमीफाइनल मैच न्यूजीलैंड के साथ होगा।

किस्मत की धनी है पाकिस्तान क्रिकेट टीम
अपने पहले मैच में भारत से मिली हार के सदमें से पाकिस्तान निकल भी ना पाया था कि अगले मैच में जिम्बाम्बे से हार गया। इस उलट-फेर ने पाकिस्तान का विश्व कप का सफर थाम दिया था। क्योंकि points table में पाकिस्तान निचले पायदान पर विराजमान था। अब पाकिस्तान को अपने बचे तीन मैंचों को जीतकर अपनी इज्जत बचानी थी। उसके सेमीफाइनल में पहुंचने के सारे रास्ते बंद हो चुके थे। पर नीदरलैंड ने दक्षिण अफ्रीका के साथ बड़ा खेल कर दिया, और अब पाकिस्तान के सेमीफाइनल में जाने के रास्ते में बांग्लादेश था जिसे हराकर वह सेमीफाइनल में पहुंच सकता। और हुआ भी ऐसा ही बांग्लादेश हार गया और पाकिस्तान सेमीफाइनल में आ गया।
इस विश्व कप में 6 उलटफेर देखने को मिले जिसमें इंग्लैंड, श्रीलंका, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका जैसी बड़ी टीमें को छोटी टीमों ने हरा दिया। लेकिन पाकिस्तान किस्मत का धनी निकला जिसने इतने नीचे गिरने के बाद जो उड़ान भरी वह उसे सेमीफाइनल में ले आयी।

पाकिस्तानी फैन्स का कहना है कि यह विश्व कप उनका है क्योंकि यह सब कुछ वैसा ही समीकरण बन रहा है जैसा 1992 के विश्व कप में बन रहा था। इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि पाकिस्तान की टीम किस्मत के भरोसे रहती है। अपका क्या मानना है इस पर ।